वक्त के साथ चलता रहा हूँ मैं
खुशी के हर पल पे मचलता रहा हूँ मैं
पल पल हर कदम आगे बढूंगा मैं
किसी भी मुश्किल में न पीछे हटूंगा मैं
वक़्त के हर पहलू को मैंने समझ लिया
वक़्त को ही मैंने हमसफ़र समझ लिया
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
इस ब्लॉग की सभी प्रविष्टियाँ रचनाकारों की निजी धरोहर हैं और उन रचनाओ पर उनका स्वामित्व है. इन रचनाओ का किसी भी तरह से रचनाकारों की पूर्व अनुमति के बिना इस्तेमाल या किसी भी प्रकार का प्रकाशन कॉपीराइट एक्ट के तहत उल्लंघन मन जायेगा.
1 comment:
vaah akhir vaqt ne tujhe likhna sikha dia
blog pe hunar dikhane ka rasta bata dia
Post a Comment