पिछले कुछ दिनों से गोमती की सफाई के लिए किए गए सरकारी, गैर सरकारी ,व व्यक्तिगत स्तर पे किए गए प्रयास निश्चय ही सराहने योग्य हैं। जरा देखिये मात्र थोड़े प्रयास से ही गोमती का रूप कितना बदल गया है.अगर इसी तरह हम सभी अपनी जिम्मेदारियों को समझ सकें और किंचित मात्र भी योगदान दे सकें तो निश्चय ही हम अपनी गोमती को अपने शहर को खूबसूरत बना सकते हैं.कुछ नहीं तो इतना ही कर लें की अपनी तरफ़ से कोई गन्दगी उसमे न जाने पाए.अगर इस शहर का हर आदमी इतना सा ही कर सका तो गोमती ही क्या पूरा शहर ही खूबसूरत दिखने लगेगा। और हाँ इस गोमती अभियान ने साबित किया है की हमारे अख़बार सामाजिक परिवर्तन की नै इबारत लिखने मे क्या भूमिका निभा सकते हैं।आशा करता हूँ की हमारे पत्रों द्वारा इस तरह के मुद्दे आगे भी सामने लाये जायेंगे और जनता भी अपनी भूमिका इसी तरह निभाएगी। सरकार की तरफ़ से भी इस दिशा मे उठाया गया कदम प्रशंसनीय है।
यकीं मानिये गर हम इस तरह साथ मे मिल कर काम करें तो अपनी धरा को आगे आने वाले कई संकतो से बचा सकते हैं।
द्वारा:कौशलेन्द्र
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